Enjoy Friends............दिशा दांगुड़यों ... एक अदभुत मिलन
Camera Work- देवेंद्र भंडारी एवं डॉ वीर सिंह रावत
गुरु माणिक नाथ की छाया में पल्लवित गाँव कोटि मगरो में हर तीसरे साल होने वाले इस आयोजन में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार 7 बैणी(बहिनो) धांकुड़ी को हुणिया राजा द्वारा हरने की कोशिश की गयी और इन्हें बचाने आये इनके दो भाइयों को भी मार दिया गया। सातों बहिने एक बड़े पत्थर के नीचे गुफा में छुप गईं। अपने प्रयास में असफल हुणिया राजा द्वारा अपने छल से अत्यधिक बारिश की गई जिस कारण भूस्खलन से गुफा का मुह बंद हो गया और 7 बैणी(बहिनो) धांकुड़ी भी मौत के मुँह में समा गयी | इस आयोजन में ही इन भाई-बहिनों का पुनर्मिलन होता है। वीडियो में दोनों भाई स्पष्ट पहिचाने जा सकते हैं(तलवारों के साथ)। इन सभी के साथ हाथ में पत्तियों का गुच्छा (पैंया के पेड़ की शाख और पत्तियां) पकड़े हुए हुणिया राजा का पश्वा(जिस पर देव अवतरित हो ऐसा व्यक्ति) भी साथ चल रहा है | चार अलग-अलग तरीके के ढोल वादन और नृत्य के साथ सभी देवात्माएं खुश होती हैं। शेष सभी नृत्य विधाये एवं सम्पूर्ण कथा Part-2 तथा Part-3. तब तक इन्तजार अपेक्षित। आपका अपना You Tube Channel....... MGV DIGITAL. Please Like, Subscribe and Share